Description
शीघ्र प्रकाश्य यह पुस्तक मानव-सभ्यता के उन अनसुलझे रहस्यों का पहली बार अनावरण करती है जो हमारी सभ्यता के असावधान आदतों या फिर रीति-रिवाजों के रूप में उसकी सांस्कृतिक अवचेतन तथा उसके वर्त्तमान और भविष्य-निर्माण को निर्देशित करने वाली शक्ति के रूप में क्रियाशील रहती हैं
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